ये रिश्ता क्या कहलाता है 12 September Written Update Hindi

ये रिश्ता क्या कहलाता है
S67 E1046 12 September

आज के एपिसोड मे
.अभिमन्यु सर्जरी कर पायेगा ?
. कायरव मुस्कान को माफ कर पायेगा ?
. अभिमन्यु मंजिरी का सामना कर पायेगा ?
. मंजिरी अपने डर का सामना कर पायेगी ?

उस लड़की ज्योती कि सर्जरी कोई और डॉक्टर करने के लिए जाता है। अक्षरा ज्योती के parents से बात करती है। उन्हें दिलासा देती है। आरोही और महिमा अक्षरा से पुछते है कि अभिमन्यु आयेगा या नही ? अक्षरा उन दोनो से कहती है कि वो नही आयेगा । Operation theatre मे सर्जरी शुरु हो जाती है। अक्षरा अभिमन्यु के लिए कान्हा जी से प्रार्थना करती है। तभी अभिमन्यु ज्योती कि सर्जरी करने जाता है। ये देखकर अक्षरा खुश हो जाती है।

अभिमन्यु ज्योती के parents से माफी मांगता है और उस लड़की कि सर्जरी करने के लिए चला जाता है। अक्षरा को इस बात का बुरा लगता है कि उसने अभिमन्यु नेम प्लेट तोड़ी । इधर कायरव मुस्कान के सामने अपना सच दिखाता है। मुस्कान कायरव से माफी मांगती है। पर कायरव मुस्कान को माफ नही करता। अभिमन्यु Operation theatre से बाहर आता है तो अक्षरा और ज्योती के parents अभिमन्यु से ज्योती के बारे मे पुछते है कि सर्जरी ठिक से हुई ज्योती ठिक तो है ना ? अभिमन्यु उनसे कहता है कि वो ठिक है और सर्जरी भी ठिक से हुई है।

अभिमन्यु और अक्षरा Hospital कि Canteen मे बाते करते है। अक्षरा अभिमन्यु से माफी मांगती है। और कहती है कि मैंने कुछ ज्यादा ही कर दिया। तुम्हारी नेम प्लेट मैंने तोड दि है तो तुम नहीं बनवा लेना। अभिमन्यु अक्षरा से कहता हे कि मै ये नेम प्लेट आपने साथ ही रखूंगा ये मुझे याद दिलाता रहेगा कि मेरा फर्ज क्या है। अभिमन्यु और अक्षरा एक दुसरे के बारे मे बात करते है। अभिमन्यु अक्षरा से कहता है कि अब मै मां से मिलने के लिए तयार हूं ।

गोयंका परिवार गणपती पूजा के लिए तयार हो जाते है वो भी महाराष्ट्रीयन style मे मनीष सुरेखा को बुलाता है तो सुरेखा मनीष से कहती है कि मै अभीर को तयार कर रही थी। सब अभीर कि तारीफ करते है उसे गोद मे उठाते है। सुवर्णा और अक्षरा अभीर कि नजर उतारती है। मुस्कान सब के सामने कायरव से माफी मांगती है। और सबसे भी माफी मांगती है। सब उसे माफ करते है लेकिन कायरव मुस्कान को माफ नही करता कहता है कि मुझे थोडा वक्त लगेगा ।

बाद मे सब गोयंका हाऊस जाते है। इधर बिरला हाऊस मे गणपती पूजा कि तयारी करते है। महिमा मंजिरी को पूजा मे लाती है। अभिमन्यु मंजिरी से नजर नही मिला पाता | तभी अनाथ आश्रम के बच्चे आते है। अभिमन्यु महिमा से कहता है कि मैंने कल जिस लड़की कि सर्जरी कि है उस की मां ने इन बच्चो के लिए प्रसाद दिया है । वो प्रसाद अक्षरा लेकर आती ही होगी । मंजिरी अभिमन्यु से बात करती है । उसे समझाती है । और कहती है कि मै ठिक हूं।

अभिमन्यु मंजिरी से कहता है कि आप ठिक नही हो आप को अपने डर को फेस करना होगा तब मै ठिक हूंगा । आप अपने डर को फेस करेगी आप मेरे साथ आरती करेंगी। तभी गोयंका परिवार आता है। सब मंजिरी से उसकी तब्यत के बारे मे पूछते है ? मंजिरी कुछ नही कहती । अक्षरा आरोही को उस लड़की कि मां ने दिया हुआ प्रसाद रखने के लिए देती है । अक्षरा अभिमन्यु को टोपी पहनाती है। अभिमन्यु अक्षरा के बारे सोचता है उसके साथ बिताये हुए पुराने दिन याद आते है।

अभीर रुही का मजाक उड़ाता है। रुही अभीर कि टोपी लेकर भागती है तो उसके पीछे भागता है और वो दोनो आरोही से टकराते है। आरोही के हाथ से प्रसाद गिर जाता है। अक्षरा अभीर को डांटती है और आरोही रुही को डांटती है। अभिमन्यु उन दोनो से कहता है कि इन्हे माफ करदो। अभीर और रूही उन दोनों से माफी मांगते है। सब प्रसाद को लेकर टेंशन मे आते है। अक्षरा मंजिरी कि ओर देखती है।

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