Ye Rishta kya kehlata
S67 E1042 8 September 2023
मनीष और कायरव firebrigade को फोन लगाते है उन्हे जल्दी से यहां ने आने को कहते है। सब प्रार्थना करते है। अक्षरा अभीर को बाहर लेकर आती है। महिमा अभीर का इलाज करती है । महिमा अक्षरा से मंजिरी के बारे मे पूछती है ? अक्षरा महिमा से कहती है कि मंजिरी मां को बचाने के लिए अभिमन्यु गया है। अक्षरा अभीर के लिए डर जाती है। मंजिरी खुद को बचाने के लिए जोर से आवाज देती रहती है । अभिमन्यु मंजिरी कि आवाज कि और बढता रहता है ।
मंजिरी अभिमन्यु को आवाज देती है। एक औरत और उसकी बच्ची अभिमन्यु को देखकर कहती है कि हमे बचालो प्लीज । तो अभिमन्यु उन दोनो को बचाता है। फिर मंजिरी को बचाने के लिए जाता है। रुही और अभीर मंजिरी के बारे मे अक्षरा से पुछते है ? अक्षरा उन्हे कहती है कि आपकी Dida को कुछ नही होगा आप दोनो कान्हा जी से प्रार्थना करते रहिए। मंजिरी पूरी तरह से आग मे फस जाती है। तभी अभिमन्यु मंजिरी के पास आता है । मंजिरी को बचाने जाता है तो उसके पैर पर उपर से लकड़ी गिर जाती है। और वो मंजिरी को बचा नही पाता । फिर वो किसी और को बचाने के लिए आवाज देता है।
तभी मंजिरी बेहोश हो जाती है। तभी अक्षरा और firebrigade वाले आते है वो मंजिरी और अभिमन्यु को बचाते है और बाहर लेकर आते है।तो सब मंजिरी कि ओर भागकर चले जाते है । महिमा कहती है कि मंजिरी कि हालत खराब हो चुकी है हमे तुरंत मंजिरी को Hospital लेकर जाना होगा । अभिमन्यु चल नही पाता फिर भी वो मंजिरी के पास जाने कि कोशिश करता है और गिर जाता है। मंजिरी को Hospital लाया जाता है । मंजिरी का इलाज शुरू होता है।
डॉक्टर सब से कहते है कि मंजिरी जी होश मे नही आ पायी तो वो कोमा मे चली जायेगी । अक्षरा उनसे कहती है कि कोई और रास्ता नही है। अभिमन्यु मंजिरी कि ओर देखता है और वो सोचता है कि मुझे पहले मां को बचाना चाहिए था। तभी वो औरत और उसकी बच्ची वहां आकर अभिमन्यु से कहती है कि Thank you आपने पहले अपनी मां को नही मुझे और मेरी बच्ची को बचाया। महिमा अभिमन्यु से पुछती है कि तुमने पहले अपनी मां कि जान क्यो नही बचायी ? सुरेखा कहती है कि अभिमन्यु तुम्हे सब से पहले मंजिरी जी कि जान बचानी चाहिए थी।
मनीष सब से कहता है कि अभिमन्यु एक अच्छा इंसान है उसे उस वक्त जो सही लगा उसने वो किया | सुवर्णा अभिमन्यु से कहती है कि तुम्हे सबसे पहले मंजिरी जी को बचाना चाहिए था मंजिरी जी तब बच जाती तो हमे उन्हे Hospital तक लाने कि जरूरत ही नही होती | शेफाली सब से कहती है कि अभिमन्यु ने जो किया है उस वक्त seacvation ही ऐैसी थी लेकिन उस वक्त हम में से वहां काई नही था सिर्फ वहां अभिमन्यु था ।
कायरव सब से कहता है कि पहले अभिमन्यु ने और अक्षरा ने हमे बचाया है। आरोही अभिमन्यु से कहती है कि पहले मां बाद मे सब मां तुम्हारे जगह होती तो सबसे पहले अपने बेटे को बचाती | तभी पार्थ वहा आता है । और कहता है कि तुम अच्छे बेटे नहीं हो अभिमन्यु । शेफाली पार्थ से कहती है कि यहां से चले जाओ। पार्थ कहता है कि मै यहां से क्यों चला जाऊ मै ये कहता हूं कि जो इंसान अपनी मां को नही बचा पाया वो अच्छा MD क्या बनेगा ।
अक्षरा वहां से चली जाती है। अभीर रुही, शिव और सुहासिनी मंजिरी के लिए कान्हा जी से प्रार्थना करते है। डॉक्टर सब से कहते है कि मंजिरी जी को बचाना जरा मुश्किल है वो होश मे नही तो वो कभी भी कोमा मे जा सकती है। तभी अक्षरा वहां अपनी गिटार लेकर आती है सब अक्षरा कि ओर देखते है।
अक्षरा सब से कहती है कि शायद मंजिरी मां मेरी Music Therapy से होश मे आ जाये । अभिमन्यु अक्षरा से कहता है कि प्लीज मां को बचालो । डॉक्टर अक्षरा को Music Therapy के लिए 5 मिनट का वक्त देते है। अक्षरा मंजिरी के पास बैठकर गाना गाती है । मंजिरी को होश मे लाने कि कोशिश करती है। मंजिरी का हाथ Move करता है। सब ये देखकर खुश होते है।